कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला कहा है कि टायर्ड नीतीश सरकार ने अपना रिटायरमेंट स्वीकार कर लिया है। भाजपा-जदयू ने इस चुनाव को बुनियादी मुद्दों से भटकाने की नाकाम कोशिश की, लेकिन तीसरे चरण का चुनाव आते-आते नीतीश कुमार ने इस चुनाव को अपना आखिरी चुनाव बता हार स्वीकार कर ली है। इसके साथ ही महागठबंधन की जीत की खुशबू आनी शुरू हो गई है। पूर्णिया के चुनावी दौरे से लौटते ही सुरजेवाला ने पटना में प्रेस कांफ्रेंस की और कहा कि मोदी-नीतीश की जोड़ी ने अपनी नाकामी पर पर्दा डालने और चुनाव को जाति-धर्म में बांटने की नाकाम कोशिश की। यहां तक कि वे पाकिस्तान की शरण में भी चले गए। और तो और वोटों के ध्रुवीकरण के लिए भाजपा ने ओवैसी जैसे अपने तोते को भी बंटवारे की स्क्रिप्ट देकर सीमांचल में उतारा, मगर जनता ने भाजपा-जदयू के तोते उड़ा दिए।
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बड़े भाई अब आराम करें और छोटे भाई को आशीर्वाद दें।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि इस बार पिछले 5 साल का हिसाब दिए नहीं और अभी से बता दिया कि अगली बार हिसाब देने आएंगे नहीं। चिराग ने जनता से अपील की कि अपना वोट का अधिकार उनको ना दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर मांगने नहीं आएंगे। अगले चुनाव में ना साहब रहेंगे ना जदयू। फिर हिसाब किससे लेंगे हमलोग?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान पर कि यह उनका आखिरी चुनाव है, विपक्ष ने उन्हें घेरते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने नीतीश कुमार के अंतिम चुनाव वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नीतीश जी ने अपनी विदाई का मन पूरी तरह से बना लिया है और 10 को बिहार की जनता उन्हें विदाई दे देगी।
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